बर्फीली ठंड के चलते स्कूलों की छुट्टियां बढ़ीं, 28 फरवरी तक बंद रहेंगे सभी स्कूल Public Holiday

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Public Holiday: राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में शीतलहर और घने कोहरे के चलते स्कूलों की सर्दी की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं। राजधानी दिल्ली में ठंड का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि प्रदेश सरकार ने सारे गवर्नमेंट विद्यालयों को 15 January 2025 तक बंद रखने का आदेश जारी किया है। दिल्ली के अलावा, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, और चंडीगढ़ में भी बढ़ती ठंड को देखते हुए छुट्टियां बढ़ाई गई हैं आइए जानते हैं किस राज्य में कब खुलेंगे स्कूल।

हिमाचल-हरियाणा में भी स्कूलों की छुट्टियां बढ़ीं

हरियाणा सरकार ने भी बढ़ती ठंड को ध्यान में रखते हुए सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 1 तारीख से 15 January 2025 तक बंद रखने का फैसला किया है। अब सभी स्कूल 16 January 2025 से नियमित रूप से शुरू होंगे। हिमाचल प्रदेश में स्थिति और गंभीर है। यहां राज्य सरकार ने 1 जनवरी से 11 February 2025 तक शीतकालीन अवकाश घोषित किया है।

जम्मू-कश्मी में सर्दी की छुट्टियां फरवरी तक

जम्मू और कश्मीर में कड़ाके की ठंड के कारण 10 दिसंबर 2024 से 28 फरवरी 2025 तक सर्दियों की छुट्टियां (School Holiday) रखने ऐलान किया गया है। यहां कक्षा 5 तक के बच्चों के लिए 10 दिसंबर से छुट्टियां शुरू हुईं, जबकि कक्षा 6th से 12वीं तक के विद्यार्थियों लिए 16 December 2024 से अवकाश घोषित किया गया है।

उत्तर प्रदेश में स्कूल कब तक रहेंगे बंद?

उत्तर प्रदेश में ठंड और कोहरे का असर सबसे ज्यादा छोटे बच्चों पर देखा जा रहा है। नोएडा में कक्षा 8 तक के स्कूल अगले आदेश तक बंद रहेंगे। वहीं, आगरा और मथुरा में जिला प्रशासन ने 14 January 2025 तक स्कूलों में छुट्टियां घोषित की हैं। लखनऊ में भी कक्षा 8 तक के स्कूल 14 January 2025 तक बंद रहेंगे, परंतु कक्षा 9वीं से 12वीं तक छात्रों के लिए कक्षाएं ऑनलाइन माध्यम में चलाई जा रही हैं।

तेलंगाना में संक्रांति पर विशेष अवकाश

दक्षिण भारत के राज्यों में भी मौसम का प्रभाव दिखा। तेलंगाना बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन (TG BIE) ने संक्रांति पर्व के मद्देनजर 11 से 16 जनवरी 2025 तक छुट्टियां घोषित की हैं। जहां तक बात हैं कॉलेज खुलने की तो उन्हें 17 January 2025 से ही दुबारा खोला जाएगा।

सर्दी का असर और स्कूल बंद रखने का निर्णय

देश के अलग-अलग हिस्सों में कड़ाके की ठंड और शीतलहर के कारण सरकारों ने छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए स्कूलों में अवकाश बढ़ाने का फैसला किया है। बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम सराहनीय है। अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि आने वाले दिनों में ठंड का प्रभाव कितना कम होगा और सामान्य जीवन कब पटरी पर लौटेगा।

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