2025 में गोल्ड की कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ उछाल, क्या 85 हजार तक पहुंचेगी कीमत Gold Prices

Gold Prices

सोने की कीमतों में एक बार फिर उछाल देखने को मिला है। आज यानी शनिवार को सोने के दाम बढ़ गए हैं। मुंबई में 24 कैरेट वाले 10 ग्राम सोने की कीमत 79,480 रुपये तक पहुंच चुकी है। इसके साथ ही चांदी भी 93,600 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर बिक रही है। लगातार बढ़ रही सोने की कीमतें निवेशकों के लिए खुशी की खबर लेकर आई हैं। हालांकि, जो लोग अब निवेश करना चाहते हैं, उन्हें अपनी जेब थोड़ी ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है।

2025 में सोने का क्या रहेगा हाल?

हालांकि, सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है, लेकिन इसका रफ्तार पिछले साल जितनी नहीं है। 2024 में सोने की कीमतें तेज रफ्तार से बढ़ी थीं। इसका मुख्य कारण था वैश्विक घटनाएं, जिनके चलते सोने की मांग में भारी इजाफा हुआ। विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 में भी सोना निवेश के लिए बेहतर विकल्प बना रहेगा और इसकी कीमतों में इजाफा होता रहेगा।

शहरों में दाम अलग क्यों?

कई लोगों के मन में यह सवाल आता है कि हर शहर में सोने की कीमतें अलग क्यों होती हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है टैक्स। राज्य सरकारें सोने पर अलग-अलग टैक्स लगाती हैं, जो हर राज्य और शहर में भिन्न होते हैं। इसके कारण विभिन्न जगहों पर सोने के दाम अलग होते हैं।

सोने की कीमतें कैसे तय होती हैं?

सोने की कीमतें सिर्फ मांग और आपूर्ति पर निर्भर नहीं करतीं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में होने वाली गतिविधियों का भी इन पर गहरा असर पड़ता है। जैसे लंदन ओटीसी स्पॉट मार्केट और कॉमेक्स गोल्ड फ्यूचर्स मार्केट में होने वाले व्यापारिक सौदे। इन प्रमुख बाजारों में होने वाली हलचल सीधे तौर पर भारत सहित दुनिया भर में सोने की कीमतों को प्रभावित करती है।

कौन करता है सोने की कीमतों का निर्धारण?

दुनियाभर में सोने की कीमत का निर्धारण लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (LBMA) करती है। यह सोने की कीमतें अमेरिकी डॉलर में तय करती है, जो वैश्विक मानक के रूप में मानी जाती हैं। भारत में इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में आयात शुल्क और अन्य टैक्स जोड़कर स्थानीय बाजारों के लिए दर तय करती है।

85 हजार तक पहुंचेगा सोना

केडिया एडवाइजरी के निदेशक अजय केडिया का कहना है कि एक बड़ी रैली के बाद सोने में गिरावट आई थी, जो अब थम चुकी है। अमेरिका और यूके द्वारा ब्याज दरों में कटौती के कारण गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) में खरीदारी बढ़ने की संभावना है। इस स्थिति में जून 2025 तक सोने की कीमतें 85 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती हैं।

सर्टिफाइड गोल्ड खरीदें

सोना खरीदते समय हमेशा सुनिश्चित करें कि वह ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) द्वारा प्रमाणित हो। सर्टिफाइड गोल्ड पर 6 अंकों का हॉलमार्क कोड होता है, जिसे हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर (HUID) कहते हैं। यह अल्फान्यूमेरिक कोड (जैसे AZ4524) के रूप में होता है। हॉलमार्किंग से आप सोने की शुद्धता को आसानी से जांच सकते हैं और सुनिश्चित कर सकते हैं कि यह कितने कैरेट का है।

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